(निर्देशक)
श्री हरीश बाना का प्रारंभ से ही इतिहास कला एवं संस्कृति जैसे विषयों में गहरी रुचि रही है आपने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से B.A., B.Ed, M.A. इतिहास तथा M.A. संस्कृत की पढ़ाई की।
साथ ही साथ RAS, NET, स्कूल व्याख्यता की तैयारी करते हुए आपने अध्ययन क्षेत्र में प्रवेश किया। अध्यापन के क्षेत्र में लंबा अनुभव प्राप्त श्री हरीश बाना ने 15 जनवरी, 2017 को परिज्ञान क्लासेज की, स्थापना के साथ हजारों विद्यार्थियों को सफलता का मार्ग दिखाया। आप हमेशा से ही विद्यार्थी हितों के साथ साथ सामाजिक सरोकार में भी अग्रणी रहे हैं। आप गरीब, अनाथ और पिछड़े विद्यार्थियों की शिक्षा प्राप्त करने में आ रही दिक़्क़तों को यथासंभव दूर कर, उनके सपनों को साकार करने में अहम भूमिका निभाई। शिक्षा, संस्कार और सामाजिक सरोकार के आप एक मिसाल हैं।
(चेयरमैन)
मूल रूप से अध्यापक, मनोवैज्ञानिक डॉ अभय सिंह राजपुरोहित की गहरी रुचि राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान एवं भारतीय इतिहास जैसे विषयों को पढ़ने और अनुसंधान करने में रही है जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से B.A., B.Ed., M.A. ,Ph.D की पढ़ाई की । डॉ. अभय सिंह राजपुरोहित ने भारतीय प्रशासनिक सेवा और राजस्थान प्रशासनिक सेवा भर्ती परीक्षा मे मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के लंबे अनुभव के बाद व्यावसायिक जीवन शुरुआत की ।
इनके मार्गदर्शन मे हज़ारों विद्यार्थी भिन्न भिन्न क्षेत्रो मे राजकीय सेवा मे चयनित होकर राष्ट्र सेवा मे योगदान दे रहे है |
परिज्ञान एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. अभय सिंह राजपुरोहित राजस्थान के जाने माने शिक्षाविद, शिक्षा मनोविज्ञान के विषय विशेषज्ञ है ।
(प्रबंधक)
अपने इन्हीं व्यक्तव्यों के साथ इंजीनियर अजीत जानी ने B. Tech की डिग्री पुणे पूरी करने के बाद तर्क शक्ति एवं मानसिक योग्यता जैसे कठिन विषयों को पढ़ाना प्रारंभ किया।
इंजीनियर जी जानी ने रिजनिंग की कठिन परेशानियों और पहेलियों को अपने सरल स्वभाव की तरह सरल कर विद्यार्थियों को आ रही समस्याओं का निराकरण किया ।
आपके मार्गदर्शन से आज हजारों विद्यार्थी सरकारी सेवा में है ।